किरण भोर की छितराई है!
किरण भोर की छितराई है!
किरण भोर की लेकर आती बयार पुण्य विचारों की ;
दोषियों को माफ करो और मदद करो बेसहारोँ की !
निज व्यक्तित्व को निखारो अपने कहे का मान रखो ;
माफ जिसको कर दिया उसके लिए मन साफ रखो !
मानव के उत्थान की खातिर मानवता को बचाना है ;
मनुज को अपने सदकर्म धर्म से आसमान गुंजाना है !
