किन्नर
किन्नर
क्या हुआ अगर वे किन्नर हैं!
वे भी तो इंसान हैं।
उनकी इस खुबसूरती को,
ना अलग कभी समझना है।
उनकी इस सच्चाई को,
हमें सम्मान से अपनाना है।
कदम-कदम पर ताने देकर
उन्हें शर्मसार न करना है।
हर कदम पर हर जगह
उन्हें अपना बनाकर चलना है।
अपने मन में उनके प्रति
सद्भावना रखनी है
उनकी इस सच्चाई पर
उनसे भेदभाव न करना है।
कभी उनकी सच्चाई का,
ना मजाक बनाना है।
उनके इस अपमान को
अपनी हार समझना है।