Himanshu Jain
Romance
तुम इतनी खूबसूरत थी पता नहीं,
हम तो तुम्हें साथी मानते थे,
पता जब चला जब तुमने
अपना आशिक़ बना लिया।
ब्रोकन हार्ट
मोहब्बत
बेबसी
गहराई
ख़ामियाँ
खूबसूरती
अनदेखा सा जो अब पूर्ण हुआ वह सपना है। अनदेखा सा जो अब पूर्ण हुआ वह सपना है।
ये जो आँखे है तेरी, नजाकत भी है.. बग़ावत भी। ये जो आँखे है तेरी, नजाकत भी है.. बग़ावत भी।
उफनते हुस्न ए सैलाब मुझे बहा न देना तुम। शराबी नजरों शबाब ए जाम डूबा न देना तुम। उफनते हुस्न ए सैलाब मुझे बहा न देना तुम। शराबी नजरों शबाब ए जाम डूबा न देना ...
विश्वास न टूटे तुम पर, उड़ा ले चल अपने झोंके में। विश्वास न टूटे तुम पर, उड़ा ले चल अपने झोंके में।
क्या कहूॅं मैं तुमसे, दिल में मेरे तेरा प्यार है! क्या कहूॅं मैं तुमसे, दिल में मेरे तेरा प्यार है!
हवाएँ भी छू रही थी, रह रह कर हमें, पुरवाई ताकती थी, प्रीत की पुकार पे। हवाएँ भी छू रही थी, रह रह कर हमें, पुरवाई ताकती थी, प्रीत की पुकार प...
तुम्हें चाहा है ज़िन्दगी से बढ़कर तुम भी हमें हमारी तरह चाहोगे ना? तुम्हें चाहा है ज़िन्दगी से बढ़कर तुम भी हमें हमारी तरह चाहोगे ना?
हमकदम बन तो चलो संग दो कदम। बदल गए हो तुम ! हमकदम बन तो चलो संग दो कदम। बदल गए हो तुम !
अबोली तुम कह रही क्या… जानता हूं..! तुम्हारी हर अदा को पहचानता हूं..!! अबोली तुम कह रही क्या… जानता हूं..! तुम्हारी हर अदा को पहचानता हूं..!!
तेरे रिश्ते में रिहाई नहीं हिरासत की ख्वाहिश लिये बैठे हैं। तेरे रिश्ते में रिहाई नहीं हिरासत की ख्वाहिश लिये बैठे हैं।
अपना सब कुछ खो कर भी अपना सब कुछ मान लिया। अपना सब कुछ खो कर भी अपना सब कुछ मान लिया।
क्या कहूं और कैसे कहूं कि खूब सुकून मिला अपना ही नाम सुनकर। क्या कहूं और कैसे कहूं कि खूब सुकून मिला अपना ही नाम सुनकर।
उन धागों को समेट लूंगॉ मैं तुझे फिर मिलूँगॉ कहाँ कैसे पता नहीं मैं तुझे फिर मिलूँगॉ उन धागों को समेट लूंगॉ मैं तुझे फिर मिलूँगॉ कहाँ कैसे पता नहीं मैं तुझे...
आत्मा का बंधन ये ईश्वर से परिचय करवाता है। आत्मा का बंधन ये ईश्वर से परिचय करवाता है।
दर्द को पी लेना मैं कुछ ना भी कहूं तो भी तुम सब समझ लेना। दर्द को पी लेना मैं कुछ ना भी कहूं तो भी तुम सब समझ लेना।
हे कृष्ण! तेरा मन मेरे बिन लगता क्यों नहीं, हे कृष्ण! तेरा मन मेरे बिन लगता क्यों नहीं,
पहला पन्ना देखते याद आई तुम्हारी शायरी, फिर हम बैठ गए हाथ में पकड़े वो डायरी! पहला पन्ना देखते याद आई तुम्हारी शायरी, फिर हम बैठ गए हाथ में पकड़े वो डायरी...
ये उदासी का धुंध सहा नहीं जा रहा रास्ता भी बुला रहा लौट आओ अब। ये उदासी का धुंध सहा नहीं जा रहा रास्ता भी बुला रहा लौट आओ अब।
दिल मे अहसास पिरो कर जेहन में रूह को सुकून देती है रिश्तों की मिठास दिल मे अहसास पिरो कर जेहन में रूह को सुकून देती है रिश्तों की मिठास
मेरी इस मोहब्बत में , मै तुम्हें तुमसे ज्यादा प्यार करती हूं।। मेरी इस मोहब्बत में , मै तुम्हें तुमसे ज्यादा प्यार करती हूं।।