Himanshu Jain
Romance
क्यों, तुम मुझे जानते हो या भूल गए,
और क्यों मैं, तुम्हें बार बार जानने की
कोशिश करता हूं
ब्रोकन हार्ट
मोहब्बत
बेबसी
गहराई
ख़ामियाँ
खूबसूरती
क्या यही प्रेम ? मैंने पैगम्बरों से जानने की कोशिश की कि क्या यही प्रेम है ? पर पाया कि वो भ... क्या यही प्रेम ? मैंने पैगम्बरों से जानने की कोशिश की कि क्या यही प्रेम है ...
तुम दूर हो तो क्या तुम्हारे भावों का आवरण ओढ़ रखा है जो हर क्षण मुझे विश्वास दिलाता है कि तुम ह... तुम दूर हो तो क्या तुम्हारे भावों का आवरण ओढ़ रखा है जो हर क्षण मुझे विश्वास...
तुमसे कहीं अच्छी मुझे तेरी तस्वीर लगती है। देखकर मेरी तन्हाई वो कितना तड़पती है।। तुमसे कहीं अच्छी मुझे तेरी तस्वीर लगती है। देखकर मेरी तन्हाई वो कितना तड़पती ...
ज़हमतों की फ़रमाइश ज़हमतों की फ़रमाइश
ये प्यार था या नादानी थी, ये प्यार था या नादानी थी,
गर हाथ हटा लो चेहरे से, एक चाँद निकल आए पल में। मेरे मन के तार मचल जाएँ, बस आग ही गर हाथ हटा लो चेहरे से, एक चाँद निकल आए पल में। मेरे मन के तार मचल जाए...
माना है मुझसे दूर बहुत पर यादें उसकी जारी है माना है मुझसे दूर बहुत पर यादें उसकी जारी है
शब्दों में लिख ना पाए तेरा संगम मैं क़ैद हो चुका हूँ इश्क़ की जेल में। शब्दों में लिख ना पाए तेरा संगम मैं क़ैद हो चुका हूँ इश्क़ की जेल में।
वे जख्म भी देते है और दवा भी नहीं पूछते। यार की तस्वीर, है दिल में मेरा इश्क है, कितना शरीफाना। ... वे जख्म भी देते है और दवा भी नहीं पूछते। यार की तस्वीर, है दिल में मेरा इश्क ...
तेरी सूरत पर नहीं सीरत पर नाज है तू मेरे सुख-चैन ऐशोआराम का साज है... यहीं भावना होती है ना अपने प्र... तेरी सूरत पर नहीं सीरत पर नाज है तू मेरे सुख-चैन ऐशोआराम का साज है... यहीं भावना...
सागर से उठकर जो लहरें साहिल को आ छू जाती हैं, धीरे से उमंगे भी उठकर मेरे दिल के तार ब सागर से उठकर जो लहरें साहिल को आ छू जाती हैं, धीरे से उमंगे भी उठकर मेरे दिल ...
तू ही तो है जो दिखता है हर पल साये में मेरे। तू ही तो है जो दिखता है हर पल साये में मेरे।
जो कहते थे सारे वही कुछ हमें भी हुआ है, खुदा जाने पर इश्क़ होगा या नहीं। जो कहते थे सारे वही कुछ हमें भी हुआ है, खुदा जाने पर इश्क़ होगा या नहीं।
उल्फत के कुछ पल उल्फत के कुछ पल
Dggg Dggg
क्योंकि अपने तो अपने होते हैं अपनों को कही भूल ना जाना। क्योंकि अपने तो अपने होते हैं अपनों को कही भूल ना जाना।
एक दोस्त पाया मैंने या शायद उसने पाया मुझे या शायद वो था नसीब, भाग्य, परिस्थिति या शायद विधाता ... एक दोस्त पाया मैंने या शायद उसने पाया मुझे या शायद वो था नसीब, भाग्य, परिस्थ...
जी भी लेते हैं तुम बिन और जिया जाता भी नहीं। जी भी लेते हैं तुम बिन और जिया जाता भी नहीं।
दोष तुन्हें न दूंगा बेफिक्र हो जिओ तुम दोष तुन्हें न दूंगा बेफिक्र हो जिओ तुम
कोई प्रेमी प्रेमिका को कितना चाहता है... किस कदर चाह सकता है... इसका अंदाजा है आपको...? नहीं...? तो ... कोई प्रेमी प्रेमिका को कितना चाहता है... किस कदर चाह सकता है... इसका अंदाजा है आ...