खूबसूरत यादें
खूबसूरत यादें
दिल ही दिल में उनसे प्यार करने लगे
मिलते थे रोज मगर नजरे चुराकर दीदार करने लगे
उनकी कमियों को हम नजरंदाज करने लगे
उनकी खूबियों का आगाज करने लगे
उनके हुक्म को हम सर आंखों पर रखने लगे
धीरे धीरे उनको हम इस दिल में लाने लगे
और इनके इज़हार का इन्तजार करने लगे।।

