STORYMIRROR

Archana Tiwary

Inspirational

3  

Archana Tiwary

Inspirational

खुश रहने लगी हूँ

खुश रहने लगी हूँ

1 min
255


खुश रहने लगी हूँ अब तो        

बन्द आशियाने में

ज़िन्दगी के आपाधापी में

खो गयी थी कहीं

 अब रोज़ मिलती हूँ

खुद से अकेले में

     बन्द आशियाने में

व्यस्तता के दिन याद कर

    फुर्सत के इन पलों का

खूब मज़ा लेती हूँ

    हाँ ज़रूरी था

मिलना अपने आप से

    इसलिए कुदरत ने

दिया ये संयोग है

   वापस आयेगी फिर फिर

ज़िन्दगी में भागदौड़

    तब चुरा लूँगी मैं

पल दो पल

     खुद से मिलने के लिए



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational