खासियत !
खासियत !
एक जमाना था
जब अकेले
रहना नहीं आता था
बल्कि
अच्छा भी नहीं लगता था
मगर आज हाल ये है
कि कुछ ना पूछो -
कैसा ज़माना आया है !
पर इसी ने
अकेले रहना भी सिखाया है !
अपनों के प्यार में
अपनों से जोड़ा है
दो गज की दूरी
दिलों को करीब ले आई है !
यही तो खासियत है
उस और इस ज़माने की !