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Neha Pandey

Inspirational

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Neha Pandey

Inspirational

कहानी जिंदगी की

कहानी जिंदगी की

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कही धूप तो कहीं छाँव है

समझने वाले समझ गये

ये वक्त के दाँव हैं ,

और जो न समझा

उसके लिये ये गहरे घाव हैं ।


रोशनी तो सूरज में भी है

और चाँद में भी

फ़र्क इतना है कि

किसी में आग है तो

किसी मे दाग़ है ।


फूल में बैठी तितली को देखकर

सोचने पर मजबूर हूँ

कि किसका रंग किस पर चढ़ा है

न फूल को उड़ना है और

न तितली को ठहरना है ।


वक्त सही है या गलत

ये तो नज़रिया हमारा है,

हम जीत गये तब भी

वक्त के मुलाज़िम

और हार गए तो भी

कसूर हमारा है ।


ऐ जिंदगी !

शह भी तेरी और

मात भी तेरी ,

शायद ही कोई समझ पाए

कहानी तेरी ।


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