खामोशी
खामोशी
एक ख़ामोशी और ....
एक तुम, कब ज़िन्दगी में
धीमे से आये तुम......
पता ही नहीं चला मैं रहूँ, ना रहूँ, ...
मेरी यादें,मेरी सांसें , मेरे एहसास, मेरे अल्फ़ाज़
सब तुम्हारे पास गिरवी रह जाऐगे
अकेले आए थे हम तो अकेले ही जायेंगे!
एक ख़ामोशी और ....
एक तुम, कब ज़िन्दगी में
धीमे से आये तुम......
पता ही नहीं चला मैं रहूँ, ना रहूँ, ...
मेरी यादें,मेरी सांसें , मेरे एहसास, मेरे अल्फ़ाज़
सब तुम्हारे पास गिरवी रह जाऐगे
अकेले आए थे हम तो अकेले ही जायेंगे!