कौन कबूल करता है
कौन कबूल करता है
कौन कबूल करता है, एक सूखे हुए पेड़ को,
उसी पेड़ को हम अभी तक इस्तमाल करते आये हैं!
जब तक इस्तमाल में आते हैं,
तब तक हम पेड़ को पानी देते हैं!
वैसे ही जैसे लोगों की जबतक जरुरत है,
तबतक इन्सान आगे पीछे भागते हैं!
जब इन्सान की जरुरत खतम होने लगती है,
तब वो हमे हमेशा हमेशा के लिये छोड़ जाते है!!!
यही मानवजाती का नियम बना है,
और वही हाल पेड़ों के साथ भी करते हैं!
