काश
काश
काश
शब्द बोलने में
जितना सरल होता है,
पर असलियत में
वो उतना ही
मुश्किल भी होता है।
इस "काश" में
इतनी ताकत
ये इंसान को
हँसा भी सकता है
और रुला भी सकता है।
काश
शब्द बोलने में
जितना सरल होता है,
पर असलियत में
वो उतना ही
मुश्किल भी होता है।
इस "काश" में
इतनी ताकत
ये इंसान को
हँसा भी सकता है
और रुला भी सकता है।