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Rathna Nagaraj

Classics

4  

Rathna Nagaraj

Classics

"लाडला बेटा"

"लाडला बेटा"

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मेरा छह साल का बेटा था

ओ मेरा बहुत लाडला भी था

कभी कभी दूसरों से रूठता था

उस की नटखट पन मुझे परेशान करती थी।


बड़ा भाई उस को गुस्सा करता था

वो कभी कभी मार भी देता

तो कभी कभी कान पकड़ कर क्षमा माँगताता

ओ जोर-जोर से रो देता

मैं उसे समझाकर मूंग फली दिया करती थी

क्योंकि ओ मेरा लाडला छोटा बेटा था


ओ भी मेरा इंतज़ार करता था

मैं भी अनदेखी चुपसा रहती थी

नटकट बेटा आकर मेरे पास

मुझसे चिपक जाता था

क्योंकि ओ मेरा लाडला छोटा बेटा था


ओ मेरा साड़ी का अंचल पकडकर

मुझे तिरची निगाह से देखता था

तो मैं मन ही मन खुशी से मेरे

गोद लेकर प्यार भरा चुम्मा लिया करती थी

क्योंकि ओ मेरा लाडला छोटा बेटा था


प्यार से मुस्कुराता था

तो मै समोसा देकर खुश करती थी

ओ खाते खाते अपने नन्हे हातोंसे

मेरे मुह मे भी थोड़ा डाल देता था

क्योंकि ओ मेरा लाडला छोटा बेटा था


खेलते खेलते पड़ोसियों से दोस्ती कर लेता

तो कभी कभी झगड़ा भी करता था

समझाने पर ओ दौड़ जाता था

क्योंकि ओ मेरा लाडला छोटा बेटा था।


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