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bhandari lokesh

Classics

4  

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क्या है जिंदगी?

क्या है जिंदगी?

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जिंदगी क्या है ?

कभी फूल

कभी कांटों की राह है जिंदगी

कभी मुस्कुराहट

कभी दर्द की आह है जिंदगी


कभी नदियों की कल कल

कभी दो दिलों की हलचल

कभी पक्षियों का सुर तो कभी

सरगम है जिंदगी


दोस्ती की खुशबू

कहीं नफरत की आंधी है जिंदगी

चार दिन की मेहमान

किसी का पग पग इम्तिहान

कभी एक दूजे की जान है जिंदगी


कभी तुम्हारी तो कभी हमारी

पहचान है जिंदगी

कभी मिलन का इंतजार

कभी बिछुड़न की तकरार


बड़ी खुशनुमा है जिंदगी

कहीं जीत है तो कहीं हार

ऐ जिंदगी तू ही बता

क्या है जिंदगी ?


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