कामयाबी एक सफ़र
कामयाबी एक सफ़र
ये मील का पत्थर है जो
मंज़िल सा हो रहा प्रतीत
रुकना नहीं बढ़ता ही जा
गाते हुए खुशी के गीत
मंज़िल तो एक पड़ाव है
विश्राम कर और जोश भर
उत्साह से हो अग्रसर
थम जाएं तो बन जाएंगे घटना अतीत
आशीष का जो संग हो
मेहनत का भरा रंग हो
कठिनाई भी झुक
कर कर उठे नमन
ऐसी हमारी जीत हो
आओ वचन दे खुद को हम
जो प्राप्त की हमने अभी
एक पल की हो वो क्या विजय
विजय तो वो जो रीत हो
विजय तो वो जो रीत हो।