भारत के वीर
भारत के वीर
हे वीर तुम्हारी वीरता को मेरा हृदय से प्रणाम है
राष्ट्रभक्ति को समर्पित हर वीर ही महान है
हम चैन की नींद में सोते हैं
जब तुमसे प्रहरी होते हैं
कम कभी नही हुआ इस देश का सम्मान है
भले वीर की देह पूरी हुई लहूलुहान है
हे वीर तुम्हारी वीरता को मेरा हृदय से प्रणाम है।
हे वीर तुम्हारी जननी को मेरा हृदय से प्रणाम है
पुत्र प्रेम से अधिक प्रिय जिसे जिसे देश की आन है
जब युद्धभूमि वीरों को अपने पास बुलाती है
तो शोकाकुल मां के हृदय से ये आवाज़ आती है
हे पुत्र देश की लाज बचाना
फिर चाहे तिरंगे में लिपटे आना
इस मां की यही पहचान है
ऐसी पराक्रमी माता को मेरा हृदय से प्रणाम है।
हे वीर तुम्हारी संगिनी को मेरा हृदय से प्रणाम है
लक्ष्मण की उर्मिला के जैसा इनका त्याग महान है
वीरों के पराक्रम से जब ये भूमि गर्वित होती है
तब परिवार के पालन हेतु ये पूर्ण समर्पित होती है
प्राण गवाने से भी कठिन ये त्यागरूपी बलिदान है
हे वीर तुम्हारी संगिनी को मेरा हृदय से प्रणाम है।
हे वीर तुम्हारे ऋण से हम कभी मुक्त नही हो पाएंगे
और तुम्हारी शौर्य गाथा युगों युगों तक गायेंगे
इस देश का गौरव हो तुम तुम्ही से देश की शान है
हे वीर तुम्हारी वीरता को मेरा हृदय से प्रणाम है
हे वीर तुम्हारी वीरता को मेरा हृदय से प्रणाम है।