काल की यात्रा
काल की यात्रा
काल की यात्रा संसार में
अविरत ही चलती है
ना कोई तूफानों से वो
तनिक सी रुकती है
काल का एक ही कार्य
अविरत चलना सदा है
मिथ्या बातों के भ्रम में
उलझ के नहीं रुकना है
वक़्त कभी भी अपनी
अटल अनवरत सी यात्रा में
मनुष्य सा मौकापरस्त
हो के ज़रा भी रुकता नहीं है
जज़्बा जिसका अक्षम रहा
कालखंड के अतीत में
हौसला मनुष्य की तरह कभी
भी थोड़ा टूटता नहीं है
काल का प्रवाह ना रुका है
ना कभी भी प्रवाह रुकेगा
काल के अविरत प्रवाह में
मनुष्य ही सदा ही टूटेगा
काल के प्रवाह सा मनुष्य
को अविरत सा सदा चलना होगा
जीवन पथ को सुसंगत कर
जीवन तो जीना हर हाल में होगा