आत्मज्ञान की यात्रा [[भाग-10]]
आत्मज्ञान की यात्रा [[भाग-10]]
[[ जरा से चूके ओर पतन..!! ]]
[[ भाग ~10 ]]
सुई में धागा नहीं होगा तो
वह खो जाएगी
ऐसे ही जिस इंसान के जीवन में
भक्ति रूपी धागा नहीं होगा
वह भी माया की अनन्तता में
लिप्त हो के खो जाएगा।
यह माया तो आपके विवेक को
परखने के लिए तैयार ही बैठी है
जरा से चूके ओर पतन..!!