काजू की विदेश यात्रा
काजू की विदेश यात्रा
हमारे काजू भैया की किस्मत है अजब
होते रहते है किस्से उनके साथ सारे गज़ब
करने जाते तो है लोगो की भलाई
पर हो जाता है उनके साथ हंसाई
अमरीका का नाम था जबसे उन्होंने सुना
जाने की इक्छा बढ़ रही थी रोज़ दुगुना
अमरीका उनके दिमाग में कुछ ऐसा छाया
खाना पीना तो क्या अपना सुख चैन भी गवाया
फिर अचानक एक दिन ऐसा ईमेल आया
अमरीका घूमने का न्योता वो साथ लाया
उनकी किस्मत को भी यही थी मंज़ूर
फिर क्या था नाचने लगे वो ख़ुशी से चूर
१० दिन का फ्री टूर पैकेज था ईमेल में लिखा
और साथ में उनको प्लेन का टिकट भी था मिला
पूरा मामला था किसी टूर कंपनी का प्रचार
काजू भैया हमारे निकले थे जिसके लकी विनर
टूर के ऐवज में देना था भैया को टैक्स केवल
जमा करना था सिर्फ ५ हज़ार और समय भी था सप्ताह भर
भैया ने बिलम्ब न करि तनिक भर और जमा कराये पैसे पूरे
अब तो भैया बैठे थे पूरे तैयार , और टिकट का हो रहा था इंतज़ार
भैया ने अपने सारे रिश्तेदारों को फ़ोन लगाया
अमरीका जाने की बात पूरे दुनिया को बताया
सभी सगे सम्बन्धी घर पर मिलने आये
कुछ साथ में उपहार भी लाये
भैया से सब ने उम्मीदें लगाकर
विदेशी सामान लाने की लिस्ट पकड़ाकर
सबने कुछ दिन तक घर पर किया एन्जॉय
फिर भैया को किया सबने बाई बाई
दोस्तों ने भैया की वाह वाह लगाया
और फेयरवेल पार्टी भी करवाया
सबने अमरीका से गिफ्ट लाने की फरमाइश
कुछ तो लैपटॉप आईफोन लाने की गुज़ारिश
काजू भैया का रोज़ होने लगा सम्मान समारोह
अब थक गए थे और कम भी हो रहा था उत्साह
सप्ताह बीती निकल भी गया महीना
पर टिकट का नहीं हुआ आना
फ़ोन भी कर दिया था उन लोगो ने बंद
ईमेल पर बिना जाँच के भरोसा करने का मिला ये दण्ड
पूरे मोहल्ले में हँसी के पात्र बनने के बाद
अब किसी चीज़ का तनिक भी नहीं करते घमंड
काजू भैया अब समझते है सबको ये बात
न मिलता ज़िन्दगी में कभी मुफ्त में ख़ैरात
ईमेल या फ़ोन के मैसेज पे ऐसे न करना विश्वाश
मेहनत की कमाई से ही रहता सुख शांति अपने पास
