जवान खून
जवान खून
देख रक्त वीरों का हर जवान खून खौलता है
देश के लिए कटाये सर सब जुबान बोलता है।
जब देश ही नहीं जिंदा रहना किस काम का
काम आए वतन बच्चा अपनी भुजाएँ तोलता है।
मात दे दे हमे किसी दुश्मन इतना दम नहीं
आर-पार या होंगे शहीद सबका मन डोलता है।
हर दिन क्यों लाल देश का गोली खाता सीमा पर
करो बार एक ही तमाम हर जवान सोचता है।
दूध माँ का पिया मिट्टी तिलक सिर माथे किया
सिर बांधा कफन रहे सलामत वतन नाचता है।
छाती गोली खाना हमें हर हाल देश बचाना हमें
लिपट तिरंगा जाना हमें भारती बात बाँचता है।
हर हर महादेव बोल दुश्मन बाजुओं में तोल
नारा जय हिन्द की गूँजे दुश्मन बाल नोचता है।
धावा बाज जैसा बोलो गर्दन उंगलियाँ नाप लो
गरजो शेरो दहाड़ बैरी जान पनाह खोजता है।
कोई भारत पलटकर न देखे आँख ऐसी नोचो
बने विश्व विजयी भारत तिरंगा आकाश डोलता है।