जोकर हंसाता सबको।
जोकर हंसाता सबको।
हर इंसान हैं जोकर,
सबको हँसाना चाहता,
और ख़ुशियाँ बांटना चाहता,
वाहवाही बटोरना चाहता।
इस गमी के माहौल में,
जहां सबको महामारी ने आ दबोचा,
कुछ हल्का फुल्का भी होना चाहिए,
जिससे कुछ पल हम सब हँस सके,
और जिंदगी की सच्चाई भूल सके।
न मालूम कब दुर्घटना हो जाए,
लेने के देने पड़ जाएं,
जिंदगी नीरस बन जाए,
और आंसूओं की बाढ़ आ जाए।
जोकर ही होता ऐसा,
जो ग़म में भी हँसाता,
जीवन को एक चुटकुला समझाता,
और गंभीरता में मुस्कराहट लाता।
इसलिए मेरी सबको ये राय,
सब जोकर बन जाओ,
उसके जैसे खूब हँसो और हँसाओ,
आंसूओं में भी मूस्कराहटें ले आओ,
अंत में जिंदगी को एक मसखरे की
तरहां जी जाओ।