जो तुम होते
जो तुम होते
जो तुम होते तो मैं तुम्हें बताता,
वो राज़ जो किसी से कहा ही नहीं,
वो आह जो दुनिया ने सुनी ही नहीं,
वो गीत जो होंठ गुनगुना न सके।
वो कहानी जो मैंने कभी लिखी ही नहीं,
जो तुम होते तो मैं तुम्हें सुनाता,
जो तुम होते तो मैं तुम्हें दिखाता,
वो चोट ने इस दिल ने खाई है।
के मेरी दुनिया वालों के साथ क्या लड़ाई है,
वो गुलाब की पंखुरी जो तेरी आस में मुरझाई है,
वो तेरी तस्वीर जो मैंने किताबून में छुपाई है,
जो तुम होते तो मैं तुम्हें दिखाता।

