जो मिला हुआ है
जो मिला हुआ है
वो जो मिला हुआ है
उसके मिलने का एहसास नहीं होता।
फिर तलाशते हैं किसी को
मिलने के लिये
वो मिलता है
फिर बिछड़ जाता है।
दुख होता है
सदमा लगता है
फिर तलाशते हैं
किसी और को।
एक सिलसिला है जीवन का
मिलने का
बिछड़ने का
सुख का दुख का।
पर जो मिला हुआ उसका
एहसास नहीं होता
अगर हो गया तो
तो वही सर्वस्व है।
