महबूब जब तन्हा छोड़ जाये ज़माने में तब दिल रोता है एक पल के सुकून की तलाश में महबूब जब तन्हा छोड़ जाये ज़माने में तब दिल रोता है एक पल के सुकून की तलाश में
दुख होता है सदमा लगता है फिर तलाशते हैं किसी और को। दुख होता है सदमा लगता है फिर तलाशते हैं किसी और को।
दिल को मिला है गहरा ज़ख्म जब भी तुम्हारा वो चेहरा याद आता है दिल को मिला है गहरा ज़ख्म जब भी तुम्हारा वो चेहरा याद आता है
आसमान छूना उसकी चाहत, कभी ऐसी उसे मिली न राहत। आसमान छूना उसकी चाहत, कभी ऐसी उसे मिली न राहत।
धोखा इधर बढ़ा हुआ, धोखा उधर अपार। धोखे में जड़ कट रही, धोखे का है वार।। धोखे का है वार, लगे धोखे क... धोखा इधर बढ़ा हुआ, धोखा उधर अपार। धोखे में जड़ कट रही, धोखे का है वार।। धोखे क...
याद भी मैं उसको कैसे रखूं, मेरे अतीत ने मुझे बड़ा सदमा दिया है। याद भी मैं उसको कैसे रखूं, मेरे अतीत ने मुझे बड़ा सदमा दिया है।