जन्माष्टमी मनवा गया
जन्माष्टमी मनवा गया
जन्माष्टमी का दिवस मनवा गया
नंद बाबा का गाँव वो बसा गया ।
यशोदा माँ का दुलार सीखा गया।।
राधा का प्रेम त्याग भी दिखा गया।
रूकमणी का वचन भी निभा गया।।
मथुरा- वृंदावन पावन बना गया।
गोपियों संग रास भी रचा गया ।।
मित्र सुदामा का साथ निभा गया।
सखी द्रौपदी की लाज बचा गया।।
मीरा को भी वो पार उतार गया।
ध्यानू भक्त का भोजन खा गया।।
प्राथ को गीता का रहस्य बता गया।
कुरूक्षेत्र की धरा पावन बना गया।।
मित्रमंडली संग माखन चुरा खा गया।
भक्तों की हर आस पूरी कर गया।।
मेरा-तुम्हारा -सबका कृष्णा अवतार आ गया।
धूमधाम से अपना जन्मदिवस मनवा गया।।
