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Chetan Gondaliya

Inspirational

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Chetan Gondaliya

Inspirational

जिसकी मस्ती ज़िंदा है.....

जिसकी मस्ती ज़िंदा है.....

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जिसकी मस्ती ज़िंदा है, उसकी हस्ती ज़िंदा है...


सफर अनंत, छोड़ ग़म, छालों से क्यों शर्मिंदा है?

बजा ढोल, तू कर मस्ती जिसके लिए चुनिंदा है ।


रंजो-फ़िक्र, दुःख-चिंता, जान! ये सब यम-कारिंदा है 

मस्ती धन-दौलत- सब-कुछ, मस्ती सुख-परिंदा है ।


मरहम मस्ती, गर मन तनाव-तीर से बिंधा है,

शिव-अल्लाह-गॉड ये सबकी ही पसंदीदा है।।


क्योंकि ,

जिसकी मस्ती ज़िंदा है, उसकी हस्ती ज़िंदा है।



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