जिंदगी
जिंदगी
जिंदगी की शुरुआत होती तो है,
बस एक खाली चित्रफलक से।
जैसे जैसे जिंदगी जीने लगे,
तो भरते गए इसे रंग बिरंगी रंगों से।
रंगों की बहार तो होती ही है हर दिन में
हमारी जिंदगी सजती संवरती है इन्ही रंगों से।
जिंदगी बनती है सुंदर रंगों के मिलन से
जिसका संतुलन तय होता है अपनी दृष्टिकोण से।
जिंदगी के हर मोड़ में अलग अलग
रंग बरसे
और इसी विभिन्न रंगों का आनंद लेना ही
जिंदगी है, जिंदगी है, जिंदगी है।