जिंदगी
जिंदगी
दोराहे पर तो कभी चौराहे पर,
खड़ी मिलती है जिंदगी।
सवालों से घिरी मिलती है जिंदगी।
कितनी खरी खोटी सुनाती है जिंदगी।
रोज नई कहानी बनाती है जिंदगी।
हर बार टूटती, टूटकर संवरती।
उलझती फिर सुलझती।
किस्सों की पोटली भरती।
जीवन संगीत झुठलाती है जिंदगी।
कंकड़ को पहाड़ बताती है जिंदगी।
रास्ता सीधा है टेढ़ा-मेढ़ा करती है जिंदगी।
रोज नई कहानी गढ़ती है जिंदगी।