जीवन-मृत्यु
जीवन-मृत्यु
एक साथ ही आए हम
जीवन संग निभाए हम।
हर पल साया बन चलती
फिर भी देख न पाए हम।
तेरे किस्से बहुत सुने
मिल तो कभी न पाए हम।
अपना लेती अन्त समय
तुम को समझ न पाए हम।
परम सत्य तुम जीवन का
जी ते देख न पाए हम।
जीवन मृत्यु निरंतर चक्र
सोच कभी घबराए हम।
मनुज जन्म पाके हों धन्य
यदि सुकर्म कर पाए हम।
