जीवन की सच्चाई
जीवन की सच्चाई
लोग आते हैं..चले जाते है!
जो आते है उन्हें लोटकर जाना है!
जो दुनिया से जाते है उन्हें भी
फिर से लोटकर इसी दुनिया में आना है!
जीवन एक मकड़ी का जाल हैं;
उसमें फसना जी का जंजाल है!
आदमी उसमें फसता चला जाता है!
रिश्तों में महकता चला जाता हैं!
हर एक से संबंध बनाकर.. वो
सब रिश्ते नातो को छोड़ जाता हैं!
यहीं जीवन जीने प्रकिया हैं!
जो खाली हाथ आया हैं!
वो खाली हाथ ही जायेगा!
यहीं जीवन की सच्चाई हैं!
प्रकिया और सच्चाई को समझ लो;
आत्मा का मिलन परमात्मा से हैं!
इसका महत्व तुम सब समझ लो!
और अपना जीवन सुखमय
भगवान के चरणों में अर्पण कर दो!