जीवन के बाद
जीवन के बाद
कुछ नही बचता.... जीवन के बाद
सारे सपने सारी इच्छाएं
लेती पूर्ण विराम।
कुछ नही होता जीवन के बाद
स्वर्ग -नरक की कोरी कल्पनाएँ
रहती सदा विस्मय जान।
कुछ नही होता जीवन के बाद
आत्मा की अमरता लेश नही है।
तथ्य कोई भी शेष नहीं है
कौन लौटता जीवन के बाद।
कुछ नही होता जीवन के बाद।
जीवन में जीना ना आया
खोजता रहा खुद को भूल जग सारा
जबकि सब छूट है जाना
कुछ भी शेष काम न आना
जीवन अवशेष बच ना पाना
कुछ नही लौटना थमी सांसों के बाद
कुछ नही होता जीवन के बाद।