जीना अगर तू चाहता है आसान
जीना अगर तू चाहता है आसान
जीना अगर तू चाहता है आसान।
तो कम ही रखना साथ समान।
जितनी भारी तेरी गठरी होगी,
रहेगा बंधू तू , उतना ही परेशान।
नामुमकिन है तेरा, उससे मिलना,
जब तक रहेगा तू शरीफ़ ए नादान।
न रख दिल की बात दिल में तू,
तुझे भोगना होगा वरना नुक़सान।
इंसान हो इंसान की तरह ही रहना,
दिल में प्रेम रखना होंठों पर मुस्कान।