STORYMIRROR

Vijay Gokhale

Fantasy

3  

Vijay Gokhale

Fantasy

जी ले अपनी जिंदगी हम भी तेरे साथ है

जी ले अपनी जिंदगी हम भी तेरे साथ है

1 min
154

हम दोनों मिलते है हर रोज, वो और मैं 

अलग सी दिखती है वो हर रोज 

अपनी ही अलग सी दुनिया में जीती है वो 

मैं भी सिख रहा हूँ उसकी तरह जीना

आंखों में भरे हुए आंसू अपने दर्द को 

चुटकियों में हँसी में बदल देती है वो 

जैसे कुछ हुआ ही नहीं उसकी जिंदगी में

उसकी हँसी के पीछे छुपे आंसू बौखला जाते है 

यार ये क्या है और उसके आंसू बोलने लगते है 

यार ये तो हंस रही है, अपने गमों को छिपा रही हैं 

हम भी कुछ कम नहीं है,

क्यू न हम उसका साथ दे 

हम छुपा लेंगे खुद को, नहीं निकलेंगे आँख से बाहर 

जी ले अपनी जिंदगी हम भी तेरे साथ है



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Fantasy