झरना
झरना
ऊपर से नीचे गिरती है
फिर भी खिलखिलाती
जिस ओर मोड़ों
ख़ुशी से मुड़ जाती
निश्छल संगीत लिये
सबके मन को भाती
संदेश यही जीवन का
देती सबको
जो कुछ जैसा है
स्वीकार करो ख़ुशी से
ऊपर से नीचे गिरती है
फिर भी खिलखिलाती
जिस ओर मोड़ों
ख़ुशी से मुड़ जाती
निश्छल संगीत लिये
सबके मन को भाती
संदेश यही जीवन का
देती सबको
जो कुछ जैसा है
स्वीकार करो ख़ुशी से