जल की कीमत
जल की कीमत
जल...
नीझर प्रापत से गिरते तुम
कलकल करते हुए
दुख अपना प्रगट करते
या खुशी के अतिरके
किसी भी राह में
चले जाते हो....
समुन्दर में अनवरत बहते
गहराई में डूबते हो
सब समा जाता अंदर
यहीं भाव लिए तुम
एक अर्थ दे जाते हो
समझने को....
नदी की शांत स्थिर चाल
तुम मंथर गति से चलते
एक राह चुन कर
चले बड़ी दूर तक
कामयाबी मिलती जरूर
एक दिन तो
बस लगन हो मन में
मंजिल तक पहुंचोगे.....
वर्षा की टिप टिप बूंदो
में कौन सा संगीत
कानों में कहती कुछ
फुसफुसाहट में....
जाने कितनो को जीवन
देतीं संगीत....
कभी खुशियाली तो
कभी विपदा लाती....
कीमत बड़ी अनमोल हैं बूंदों की
संजो लो इसे जीवन के लिए....