जब -जब
जब -जब
जब -जब मैं हारूं मन,
सूर्य दिल में किरण की आस दे तू।
जब -जब आँखों में आंसू हो,
बादल जल बरसा दे तू।
जब -जब दिल ये टूटे मेरे,
पंछी गीत सुना दे तू।
जब -जब कदम मेरे लड़खड़ाए,
धरती भूकंप ला दे तू।
जब -जब नेत्र मैं खोलू,
हे वृक्ष हरियाली दिखा दे तू।
जब - जब घमंड मुझ में आए तो,
हे पर्वत शीश दिखा दे तू।
जब - जब हैं चोटिल हूं,
एक खुदा यह दर्द भुला दे तू।
जब -जब मैं गलती करूं,
अपने गले लगा ले तू।