जब अँधेरे में
जब अँधेरे में
जब अँधेरे में रोशनी नहीं होती,
तो एक बात कहूँ,
उस अँधेरे में भी एक मोमबत्ती
जलाई जा सकती है,
जो हमें रोशनी देती है,
लेकिन जिनकी आँखों में
कभी रोशनी नहीं होती,
उन्हें भी मन की आंखों से
अँधेरा रोशनी दिखा देता है।
जब अँधेरे में रोशनी नहीं होती,
तो एक बात कहूँ,
उस अँधेरे में भी एक मोमबत्ती
जलाई जा सकती है,
जो हमें रोशनी देती है,
लेकिन जिनकी आँखों में
कभी रोशनी नहीं होती,
उन्हें भी मन की आंखों से
अँधेरा रोशनी दिखा देता है।