इश्क़
इश्क़
जिस्म से रूह में उतर जाये वो प्यार है।
आँखों से आकर दिल में संवर जाये वो प्यार है।
इश्क़ नाम नहीं दो जिस्मों के एक हो जाने का,
इश्क़ में जाये कण-कण बिखर जाए वो प्यार है।
जिस्म से रूह में उतर जाये वो प्यार है।
आँखों से आकर दिल में संवर जाये वो प्यार है।
इश्क़ नाम नहीं दो जिस्मों के एक हो जाने का,
इश्क़ में जाये कण-कण बिखर जाए वो प्यार है।