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Amar Singh

Inspirational

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Amar Singh

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जीवन

जीवन

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कदम-कदम पर शूल बिछे हैं, कदम-कदम अंगार यहाँ।

धन-दौलत के खातिर लड़ते, जैसे लड़ते स्वान यहाँ।

नीच काम में भी अक्सर, लाज इन्हें न आती है।

चोरी, मक्कारी करके भी, छाती नहीं जुड़ाती है।

रिश्ते-नाते ताक पे रखकर, धन दौलत से प्यार हुआ।

मीठी- मीठी बातें करते, ऐसा है इज़हार हुआ



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