जीवन मंत्र
जीवन मंत्र
मन मंदिर में राम है, क्यों खोजूँ मैं और।
कैसे मिलें सिद्धियाँ, बसा है मन में चोर।।
मन मंदिर में राम है, क्यों खोजूँ मैं और।
कैसे मिलें सिद्धियाँ, बसा है मन में चोर।।