यह घटना किस ने लिखी किस को बताई ? सोच कर मैंने लिखी आप को बताई। यह घटना किस ने लिखी किस को बताई ? सोच कर मैंने लिखी आप को बताई।
बच्चे ही रहते तो कितना अच्छा होता। बच्चे ही रहते तो कितना अच्छा होता।
जो करेगी चालाकी से चोरी और खेलेगी तेरे साथ खून की होली जो करेगी चालाकी से चोरी और खेलेगी तेरे साथ खून की होली
मानव की हिंसा नफरत से सड़कों में ! मानव की हिंसा नफरत से सड़कों में !
बस भूली यादों को अब निज दिल पर खूब सजाये। बस भूली यादों को अब निज दिल पर खूब सजाये।
मुख फेरै मुस्काय, बाग में बैठी गोरी। मुख फेरै मुस्काय, बाग में बैठी गोरी।