जो करेगी चालाकी से चोरी और खेलेगी तेरे साथ खून की होली जो करेगी चालाकी से चोरी और खेलेगी तेरे साथ खून की होली
एक एक मत बहुमूल्य है, स्वचिंतन ही सुझाव है। एक एक मत बहुमूल्य है, स्वचिंतन ही सुझाव है।
फूल चुनते हैं जो हम भीड़ के उन बागों से..! फूल चुनते हैं जो हम भीड़ के उन बागों से..!
जिनको जाना है चले जाएं जिनको जाना है चले जाएं
और आज की, सरकार की यही कहानी है। और आज की, सरकार की यही कहानी है।
तेरे झूठ पर शर्मिंदा है तेरे झूठ पर शर्मिंदा है