इश्क़ की नेकी
इश्क़ की नेकी
भुला दिया दिल ने
तेरा हर शिकवा
याद यही बस
कुछ रह गया
हँसना हँसाना
रोना रुलाना
रूठना मनाना
देखना दिखाना
इत्र की खुशबू सा
बिखर जाना हर तरफ
और समां जाना
हर एक दिल में
इश्क़ की नेकी बनकर
हर एक लब पर
इश्क़ की दुआ बनकर
हर एक आँख में
इश्क़ का नूर बनकर
हर एक बंदे में
इश्क़ का हुज़ूर बनकर...