इश्क
इश्क
ये इश्क है,
तभी तो जुड़ाव है,
ये इश्क है,
तभी तो लगाव है।
ये इश्क है,
तभी तो परवाह है,
इश्क है तो,
मिलने की चाह है।
इश्क नहीं तो,
सब कुछ बेकार,
इश्क ही तो है,
जीवन का सार।
इश्क है,
राधा-कृष्ण का प्यार,
इश्क के हैं रंग,
कई हजार।
इश्क है,
मीरा की भक्ति,
इश्क है,
हनुमान की शक्ति।
इश्क की बहुत,
गहरी चाल,
लैला मजनू,
और महिवाल।
इश्क प्राण है,
इश्क जान है,
इश्क बिना सब,
मृत समान है।
