इरादा करके देखो
इरादा करके देखो
आज कल पीड़ित लोगों में
हमारी गिनती हो रही है
जी हाँ हम सेहत पीड़ित है
इरादे नेक करते हैं
और अनेक करते हैं।
पर सफलता हमारे हाथ नहीं आती
कहीं तो गड़बड़ होती है
ये मन डाँवाडोल होता है
खाने-पीने में झोल होता है।
जवानी में भी कभी हम
सुबह नहीं टहले
अब बुढ़ापे में क्या गुल खिलाएंगे
ऐसे में डाक्टरों के शब्दों की मार खाएंगे
और ताउम्र सेहत पीड़ित कहलाएंगे।।