इंतजार
इंतजार
अब जाने धीरे - धीरे टूट रहा है सयंम मेरा ।
भूल रहा हूँ तुझे जैसे ख्याल ही न रहा तेरा ।
वक्त बदल रहा है मेरा तेरी तरह रंग रंग से ।
कितना काबू करूँ कभी टूटना चाहिए सयंम मेरा ।
न तेरा संदेश मिला , अभी तक न कोई तार मिला ।
हद तक करके इंतजार ,तेरा दिल मेरा लाचार मिला ।
अब कभी तो गुजरूँ की नहीं ,मैं अपनी हद से पार ।
हद की हद से दिल हर बार मेरा तार - तार मिला ।
अब सुबह भी कमाल , शाम भी लाजवाब है ।
वक्त का हर लम्हा मेरा बीतता बेमिसाल है ।
सवाल बहूत थे खुद से पूछने को तुझे पर ।
तुमने कभी पूछा ही नही ,
हर बार कहा आप लाजवाब हैं।
खैर तुम खुश रहना , हम दुआ करते हैं ।
हर लम्हे हर पल , फिर भी तेरे हुआ करते हैं।
कभी याद आ जाऊँ गुस्ताखी से तुम्हे तो ,
याद न करना मुझे , ये हम दुआ करते हैं ।