इल्ज़ाम
इल्ज़ाम
बड़े शातिर दिमाग हो जनाब
दूरियाँ खुद ही इतनी बढ़ा ली
और.............
"इल्ज़ाम" लगा दिया करोना पर....
कितनी आसानी से करोना कह दिया
कभी अंतर्मन में झाँकना जनाब
फिर...............।
दूध का दूध ,पानी का पानी नज़र आएगा।
तब तक शायद इतनी देर हो जाए
तुम बुलाना भी चाहो तो न बुला पाओगे
और..............
तब भी इल्ज़ाम *"बेवफा"* दे जाओगे।