ईश्वर का वरदान (बेटी)
ईश्वर का वरदान (बेटी)
मेरी बेटी अब बड़ी हो गई
कुछ कुछ आदतों में मेरी मां के जैसी हो गयी है
खाना कम खाऊं तो चहक कर पूछती है
अब क्या डाइटिंग करना चाहती हो
बिना थके लगातार काम करूं
तो नाराज हो कर कहती है
रोबोट नहीं हो आप
कुछ आराम कर लोगी तो
क्या बिगड़ जाएगा।
सज संवर कर रहा करो
हमारी ना अब चिंता करो ।
कभी हाथ पर लेट कर उसको सुलाया करती थी
अब सर पकड़ लूं तो
वह मुझे हाथ पर लिटा कर कहती है
चलो आज मैं सुलाती हूं आपको
उसके कहते ही उसमें मुझे
मेरी मां की छवि नजर आती है
मेरी बेटी अब बड़ी हो गई है
खाना ठंडा मत खाना
मैं गर्म कर देती हूं
दवाई खाना भूल जाऊं
तो डांट भी देती है
मेरी बेटी अब , बड़ी हो गई है।
