ईश्वर अब्दुल कलाम जी
ईश्वर अब्दुल कलाम जी
आज आप की पुण्य तिथि पर मैं आपको नमन करता हूंँ
एपीजे अब्दुल कलाम सर मैं आपको आज भगवान कहता हूंँ
15 अक्टूबर 1931 तमिलनाडु रामेश्वर में अब्दुल भगवान जन्मे थे
अपने अनमोल विचार और शीतलतावश आप
हर व्यक्ति के दिल में बसे थे
धन्य हो ऐसे पिता जैनुलाब्दीन और माता
अशिअम्मा जिनके घर स्वयं आप भगवान जन्मे थे
आज तक मैं पृथ्वी पर साक्षात् भगवान ना देखा
चलता फिरता अजर अमर ऐसा कोई विज्ञान ना देखा।
आप सकारात्मक स्त्रोत विचार के ज्ञाता थे
बच्चो के लिए जैसे आप भाग्य विधाता थे
खुली आंँख से सपना देखो ऐसा आपने बताया था
आप के ही मार्गदर्शन पे चलके कितनो ने सफलता का रास्ता पाया था
जब कभी नकारात्मक सोच के मैं हतप्रद हताश हो जाता हूंँ
तब मैं भगवान अब्दुल की तस्वीर देख मन ही मन प्रसन्न सकारात्मक हो जाता हूंँ
भगवान आप हर लोगों के लिए एक आदर्श इंसान हो आप।
हम साधारण जन के लिए जैसे कभी लगता मार्ग प्रशस्थक हो आप
जब भी मैं नकारात्मक होता आपने एक आशा का किरण जगाया था
इस गरीब की पतवार में आपने एक नया उम्मीद की किरण जगाया था
हर बहानों के लिए आप एक प्रमाण थे समर्पण और कड़ी मेहनत के सरताज थे आप
समर्पण के बल पर आपने खुद को तुच्छ से खुद को महान बनाया था
आपके इसी गरिमा से आज आपको लोगो ने विज्ञान का भगवान बताया था
काम कभी छोटा ना होता ऐसा आपने बताया था
अखबार घर -घर में बेचकर आपने सपनों का सृजन करना बताया था
अब्दुल भगवान आपके रूप अनेक थे
कभी प्रोफेसर लेखक तो कभी वैज्ञानिक तो कभी एयरोस्पेस इंजीनियर
तो कभी भगवान आप भारत के राष्ट्रपति रूप थे
आप अग्नि पृथ्वी मिसाइल के जन्मदाता
आप भारत के अहम बैज्ञानिंक परामर्श दाता
आप भारत रत्न,आर्यभट्ट पद्म विभूषण से सम्मानित हुए
भारत ही नही विश्व विख्यादित हुए
27 जुलाई 2015 को भगवान सदा के लिए हमसे विमुख हो गए
अब्दुल कलाम जी सदा के लिए
लोगों का नयन हमेशा के लिए नम कर गए।