ईमानदारी
ईमानदारी
जिन्दगी के सफर में नहीं छोड़ना तुम ईमानदारी
धरती को खुशहाल बनाने की है हम सबकी जिम्मेदारी
जिन्दगी में जिस व्यक्ति ने ईमानदारी का कपड़ा पहना
भगवान ने उसे खुश होकर दिया सफलता का गहना
मुसीबतों से नहीं वह हारता सच्चाई की राह में है जो खड़ा रहता
ईमानदारी को अपनाकर के खुद की नजर में वह बड़ा रहता।।
किताबों के सुविचार दौड़कर कर आते उसकी ओर
इतिहास में लिख कर उसका नाम सफलता मचाती है खूब शोर
माना कि यह रास्ता है मुश्किल परंतु आखिर में देता यह सम्मान
यह कठिन राह चुनकर व्यक्ति हरा-भरा करता है रेगिस्तान
रिश्तों से कड़वाहट दूर हो जाती वीरान घर स्वर्ग बन जाता है
अच्छे सिद्धांतों पर चल कर ही व्यक्ति महान बन कर आता है
ईमानदारी को न समझो छोटा यह समस्त शास्त्रों का सार है
“कुलवीर बैनीवाल” ने इसे किया धारण ईश्वर का उसे आशीष अपार है।।