बाबा श्योतनाथ
बाबा श्योतनाथ
हे र नाथ बाबा श्योतनाथ बोलो र सारे...,
थारे आगले और पाछले संकट कट जा सारे....,
माँ के गर्भ में पड्या हुआ तन रो-रो करी पुकार,
तेरा ए भजन करूंगा मालिक एक ब बाहर निकाल,
सब लोग बेकार पड़े स माया के झंकारे.....,
थारे आगले और पाछले संकट कट जा सारे....|
परम पिता न भूल गया तू मोह-माया म फंस कै,
त्रिया जाल म उलझ गया बात करै हंस हंस कै,
देखा न तनै उल्टा फर कै माँ क गर्भ के नजारे...,
थारे आगले और पाछले संकट कट जा सारे....|
उस दिन बाबा याद करा जब काल न आकै घेरा,
आग्य पाछ्य काल खड़ा तेरे चारों तरफ अँधेरा,
बाबा जी मनै नहीं था बेरा इब आकैं तू ही बचा ले,
थारे आगले और पाछले संकट कट जा सारे....|
जिला रोहतक मै चाहिए है यो खरकड़ा गाम हमारा,
हाथ जोड़ क करै विनती कुलवीर बैनीवाल बेचारा,
बाबा जी मनै दियो सहारा मेरे होज्या वारे न्यारे,
थारे आगले और पाछले संकट कट जा सारे....|
